मुझमे ॐ तुझमे ॐ सब में ॐ समाया है ! सबसे कर लो प्रीत जगत में कोई नहीं पराया है !! सत्य सनातन धर्म की जय हो ! गौ माता की जय हो ! ॐ नमः पारवती पतये हर हर महादेव ॐ नमः शिवाय !
Yoga Celebrated On 1 June
धर्म एवं ज्ञान के वैदिक वैभव से सम्पूर्ण विश्व को आच्छादित एवं आकर्षित करने वाली काशी में बुधवार को संस्कृत एवं संस्कृति का पाठ पढ़ रहे बटुकों ने गंगा पार योग अभ्यास किया। 8 वें अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस पर एवं 75 वें आजादी का अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में सम्पूर्ण भारत में विभिन्न प्रकल्पों का आगाज चल रहा है। इसी क्रम में श्री स्वामी नारायणानन्दतीर्थ वेद विद्यालय की ओर से 1 जून योग माह विशेष में गंगा की कलकलवन्तिनि निनाद के मध्य पूरी तन्मयता से विद्यार्थियों ने योग अभ्यास करके सम्पूर्ण विश्व को योग एवं अध्यात्म से जोड़ने का अपूर्व कार्य केर रहे है। १५०कि संख्या में वैदिक विद्यालय में पल रहे बच्चो ने अन्तरराष्ट्रिया योग दिवस प्रोटोकॉल के अभ्यास के साथ संपन्न सूर्य नमस्कार एवं अस्टांग विन्यासादि का तारतम्यता के साथ सामूहिक अभ्यास करके काशी के योगा एवं अध्यात्म के एस्वर्य से परिचय कराय। बच्चो को योगा के साथ ही गंगा की बलुकाओं में कब्बडी, दौड़ एवं जल में तैरने की भी कला सिखाई गई। लगभग ३ घंटे विप्रो ने गंगा उस पर का सम्पूर्ण आनंद लिया। अनन्तर नौका के माध्यम से काशी के उस प्राचीनता से रूबरू करा रहे घाटों का भी परिभ्रमण कराया गया। मन्त्रों से भगवन विश्वनाथ की स्तुति करते हुए घाटों के वैभव का भी ज्ञान प्राप्त किया। श्री काशी धर्मपीठाधीश्वर जगतगुरु संकराचार्य श्री स्वामी नरायणानंदतीर्थ जी महाराज की अहैतुकी कृपा से यह कार्यक्रम निर्बाध्य संपन्न हुआ। श्री काशी धर्मपीठ के उत्तराधिकारी परमतपस्वी पूज्य लखन सन्निध में बच्चो को स्वयं के प्रति जागरूक करने हेतु विभिन्न प्रकल्पों का समायोजन विद्यालय प्रांगण में होता रहा है। महराज श्री की इक्छा है की वैदिक ज्ञान प्राप्त करते हुए काशी के वैभव से भी बच्चो को परिचित कराया जाये। काशी धर्मपीठ के प्रबंधक डॉक्टर वरुणेश चंद्र दीक्छित आचार्य के नेतृत्व में विद्यालय के अध्यापक आशुतोष पांडेय एवं शंकर गुरु के देखरेख में बच्चो के मनोल्लाष हेतु यह आयोजन हुआ। आसनेन रूजो हन्ति योगसंस्थानम के संस्थापक एवं विद्यालय के योगा प्रशिक्छक योगाचार्य रितेश दुबे जी के आचार्यत्व में सुव्यवस्थित ढंग से वैदिक बटुको ने मंत्रोच्चारण सहित अन्यान्य योग विधाओं का सहर्ष अभ्यास किया। कार्यक्रम में उपस्थित सृजन सामाजिक विकाश न्यासा के अध्यक्ष श्री अनिल कुमार सिहं ने समायोजित इस दिव्या योग कार्यक्रम की अत्यंत सराहना की तथा श्री स्वामी नारायणानन्दतीर्थ वेद विद्यालय के सभी पदाधिकारियों को साधुवाद दिया साथ ही योगाचार्य रीतेशदुबे जी के इस तरह के अद्वितीय सामाजिक सेवा को अनुकरणीय बताया। उन्होंने प्रत्येक शिक्छण संसथान सामाजिक संस्थाए एवं सामान्य नागरिकों से निवेदन किया की इस दिव्या योगा विधा को हम सभी ज्यादा से ज्यादा मात्रा में अभिव्याप्त करते हुए स्वाम के जीवन में आचरित करें। योगा ही हमारे श्रेय का पथ प्रसश्त केर सकता है।